भारतीय राजनीति के दिग्गज नेता,चाहे वे नेहरू जी,इंदिरा गाँधी,जयप्रकाश नारायण,वाजपेयी जी,लालू प्रसाद जी,मुलायम सिंहतथा कर्पूरी ठाकुर ही क्यों न हो,उनके राजनीतिक पारी का अंत जरूर होता रहा है।इन सभी राजनेताओ ने अपने समय के चरम शीर्ष पर रहते हुए अनेक नारे दिए।जैसे:- India is Indira,Indira is India.,तिलक लगाने तुम्हे जवानों क्रांति द्वार पर आयी है,जयप्रकाश का बिगुल बजा दो जाग उठी तरुणाई है। जब तबला बजेगा धीन धीन तो एक पर बैठेगा तीन-तीन। इत्यादी। 

इसी क्रम में भारतीय राजनीति के बड़े और धुरंधर नेताओं मे शुमार लालू प्रसाद यादव की चर्चा आजकल जोरों पर है। उन्होंने न जाने कितने लोगों को नेता, MP, MLA, मंत्री बनाया। कभी किसी माली को विधायक बनाए, तो कभी पत्थर फोड़ने वाली महिला को सांसद बनाए, NITISH KUMAR, जितन राम माँझी को 80 के दशक से लेकर 2004 तक MLA तथा मंत्री बनाए। 2014 मे उनके CM बनने मे लालू प्रसाद का बहुत बड़ा योगदान रहा जिसको कभी भुलाया नहीं जा सकता।, रघुवंश प्रसाद सिंह जी को केंद्रीय मंत्री तक बनाए, अपनी पार्टी का उपाध्यक्ष भी बनाए, अखिलेश सिंह वगैरह। इसी मे एक नाम आता है उपेन्द्र कुशवाहा का, जिनको NITISH KUMAR के मुख्यमंत्रीत्व काल में नेता प्रतिपक्ष तक बनवाए, जिन्हे मंत्री, विधायक, सांसद बनाने के लिए लालू यादव ने एक समय एड़ी चोटी एक किया था, लेकिन इनमे से अधिकतर लोग जो अलग अलग पार्टियों का दामन थाम लिया, अंततः नमक हराम बनने का परिचय दिया जो एक अत्यंत दुखद सूचना है। उसी लालू प्रसाद को चारा घोटाले के फर्जी केस में कांग्रेस से लेकर इन क्षेत्रीय नेताओं ने फंसाने का कार्य किया। 
बिहार के माननीय मुख्यमंत्री श्री नितीश कुमार का नाम मुज़फरपुर बालिका गृह, सामूहिक बलात्कार एवं हत्याकांड में आने से जहाँ सनसनी फैल गया वहीं उनके शागिर्द ब्रजेश ठाकुर तथा मंजु वर्मा को देह व्यापार के धंधे में संलग्न पाया गया और ये सभी लोग उस केस में मुख्य अभियुक्त हैं। जिसके तुरन्त बाद CBI जांच मे तैनात अधिकारियों का NITISH KUMAR ने तबादला कर दिया। जिसमे सैकड़ों अनाथ नाबालिग लड़कियाँ गर्भवती पायी गयी और लगभग 40 बच्चियों का कंकाल बरामद हुए। उन लड़कियों को JDU तथा BJP के शीर्ष नेतृत्व, MP MLA तथा मंत्रियों के यहाँ Supply किया जाता था।